The Art of Clever Thinking

Not just riddles — it’s a playground for your imagination.

Riddles ( खिसा )

लावा खिसा
जत्रै चछ्नु अोत्रै ठुल का हो ?

जत्रै कट्नु अोत्रै नम्मा

जन्त्रै तन्नु अोत्रै छोट का हो ?

पानन काठ, डहडुम्मर फारा, जै फारा जै नाउँ का हो ?

बिन बाैरक लडाबड फारा का हो ?

दिन ढोंगरी रात पसरी का हो ?

दिन सुते रात जागे का हो ?

उल्टी मुर्घिन्यक झाैवा भर पख्ना का हो ?

चिचि पर पापा पाके का हो ?

एक अंग्ना पाँच टेग्ना

चुटुमुटु टुइया, पटक दिउ भुइया, टुटे ना फुटे उठादिउ नुइया

दिदि ठरह्याइल बा दिदिक कलेजा खा दर्लि का हो ?

दिन भर नेगे अोठेक अोठिही का हो ?

नामार दिदि हेगेदे का हो ?

अाहा रे अाहा एक गोर दुइ बाहाँ पिठ पर पुछि तमासा कहाँ का हो ?

You are currently offline.
Refresh